Prospectus 2023
"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता:"
Jayoti Vidyapeeth Women’s UniversitY (JVWU)
Established by Govt. of Rajasthan

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National Conference "ETCDWP- 2018" organized by the Faculty of Engineering and Technology, JVWU JaipurWith the Blessings of Hon'ble Chairman, University Grants Commission (UGC) Prof. D.P Singh Ji.

​​जयपुर अप्रैल ३०. ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय के सी वी रमन चेयर के तत्वाधान में ​ "फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी" तथा "कंप्यूटर सोसाइटी ऑफ़ इंडिया" की सहभागिता​ ​से ​तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस "रीसेंट इंजीनियरिंग ट्रेंड्स इन कम्युनिटी डेवलपमेंट एंड वीमेन पार्टिसिपेशन (ETCDWP-2018 )" तथा "अकादमिक अवार्ड सेरेमनी" का आयोजन किया गया। ​राष्ट्रीय स्तर की इस त्रि -दिवसीय आयोजन ने ज्योति विद्यापीठ महिला विश्विद्यालय के विश्वस्तरीय ऐकडेमिक लीडरशिप को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर दिया। शुक्रवार से रविवार तक आयोजित इस कांफ्रेंस का उद्देश्य इंजीनियरिंग व टेक्नोलॉजी में होने वाले तकनीकी परिवर्तनों​, ​सामुदायिक विकास एवं महिला सहभागिता को​ ​देश और दुनिया के सामने उभरती महिला सशक्तिकरण के रूप में ​धरातल पर परिलक्षित कराना​​ ​था।  ​​इस ​नेशनल कॉन्फ्रेंस ​का शुभारम्भ विश्वविद्यालय की चेयरपर्सन माननीया जेवीएन विदुषी गर्ग जी द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया ​तदुपरांत ​ छात्राओं द्वारा गणेश वंदना​ ​एवं​​​ वन्देमातरम के साथ इस​ कार्यक्रम का ​विधिवत ​प्रारंभ हुआ।

२७ अप्रैल :- माननीया चेयरपर्सन महोदया द्वारा कार्यक्रम के शुभारम्भ करने एवं अतिथियों के स्वागत एवं प्रो बी.एन.प्रसाद के संभाषण के बाद इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वाले प्रतिभागी अलग अलग सभा कक्षाओं के ओर प्रस्थान कर गए, जहाँ उनका "प्री क्वालीफाइंग सेशन" बाह्य परीक्षकों की उपस्थिति में प्रारम्भ हुआ।

​​२८ अप्रैल: नेशनल कांफ्रेंस​​ ​के दूसरे दिन​ ​"​वीमेन कंट्रीब्यूशन इन नेशनल डेवलपमेंट" तथा ​"वीमेन कंट्रीब्यूशन इन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग" के थीम पर ​सत्रों का आयोजन हुआ। इस सेशन में प्रतिभागियों ने सम्बंधित विषय पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।

​२९ अप्रैल- ​​नेशनल कांफ्रेंस​ के समापन के दिन​ ​प्रथम सत्र​ "कल्चरल कंस्ट्रक्चल मीनिंग ऑफ़ जेंडर रोल्स"का आयोजन हुआ। ​​इस सेशन में​ ​प्रमुख वक्ता तथा सेशन चेयर​ के रूप में ​नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान)​, कुरुक्षेत्र​ ​से श्री प्रोफेसर दिनेश खंडूजा उपस्थित रहे।​इस सेशन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिभागियों ने सम्बंधित विषय पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत​ ​किये।​ अंत मे संस्थापक एवं सलाहकार महोदय ने डॉ. पंकज गर्ग जी के सम्भाषण का प्रमुख अंश​:

"मुझे आज के इस नेशनल कांफ्रेंस के प्रतिभागियों एवं शोधकर्ताओं तथा इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के शिखर के विद्वान प्राध्यापकों के बीच उपस्थित होकर अपार ख़ुशी की अनुभूति हो रही है पर मुझे इस बात पर हमेशा हैरानी होती है कि शोध एवं पेटेंट के रिफरेन्स लेखन के क्रम में भारतीय अनुसंधानकर्ताओं, शोष्कर्ताओं एवं अन्य शिक्षाविदों के द्वारा किये गए कार्यों का उल्लेख क्यों नहीं होता। " माननीय सलाहकार महोदय ने उपस्थित प्रतिभागियों से कहा की "भारतीय धार्मिक ग्रंथों, वेद, उपनिषद, गीता, रामायण, महाभारत में वर्णित तथ्यों का वैज्ञानिक एवं शोधपरक अध्ययन होना चाहिए। उनके तथ्यों के अनुसन्धान, अन्वेषण, ऊष्मायन (इन्क्यूबेशन) तथा स्टार्टअप तक ले जाना चाहिए। पेटेंट में ऑरिजिनेटर के नाम का उल्लेख होना आवश्यक होगा तभी शोधकर्ताओं को विश्वविद्यालय से शोध की राशि उपलब्ध कराई जाएगी​,​ ऐसा कहते हुए उन्होंने अपनी बात समाप्त की।

समापन समारोह की "अकादमिक अवार्ड सेरेमनी" मे​ ​विभिन्न श्रेणी के शिक्षक-शिक्षिकाओं​ तथा​ प्रतिभागियों को विभिन्न अवार्ड्स से​ ​सम्मानित​​ ​किया​ ​​गया। ​विश्विद्यालय की २१ फैकल्टी ​मेंबर​​ तथा ११ प्रतिभागियों​ को अकादमिक अप्प्रिसिअशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। बेस्ट आईडिया जनरेशन का ख़िताब मानवी, स्वेता, तेहरीम, स्मृति चौहान, उत्तरा त्रिपाठी को दिया गया। "बेस्ट प्रेजेंटेशन का ख़िताब बर्षा सिंह, ऍम. टेक. फाइनल ईयर तथा बेस्ट स्टूडेंट का ख़िताब बर्षा सिंह (ऍम. टेक. फाइनल ईयर) तथा हेमलता तबरेवाल, (बीसीए फाइनल ईयर) को तथा यशी सिंघल , कुमारी आकांक्षा, प्रिया जोनवाल, अन्नू , सुरभि सुमन (बीटेक सीएस) को बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन के अवार्ड से पुरस्कृत किया गया।

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